IAS बनने निकला था युवक, दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान, 100 करोड़ पंहुचा टर्नओवर

अक्सर हम कई ऐसे विद्यार्थियों को देखते हैं जो अपनी पूरी जिंदगी यूपीएससी की पढ़ाई करने के लिए समर्पित कर देते हैं। कई सारे विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो दिन रात कड़ी लगन और मेहनत करके यूपीएससी की तैयारी करते हैं लेकिन फिर भी पास नहीं हो पाते। क्योंकि यूपीएससी एक बहुत ही ज्यादा कठिन परीक्षा है।

वहीं कुछ लड़के ऐसे भी होते हैं जो यूपीएससी की पढ़ाई करते-करते बीच में ही छोड़ देते हैं और उससे अलग हटकर कुछ नया करने के बारे में सोचते हैं और उसमें कामयाब भी हो जाते हैं। ऐसा ही एक किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं जिसमें एक युवक ने यूपीएससी की पढ़ाई बीच में छोड़ कर चाय की कैंटीन खोली और आज करोड़पति बन गया।

IAS बनने निकला था युवक, दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान, 100 करोड़ पंहुचा टर्नओवर
IAS बनने निकला था युवक, दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान, 100 करोड़ पंहुचा टर्नओवर

घरवालों ने भेजा था यूपीएससी की तैयारी करने

हम बात कर रहे हैं इंदौर के रहने वाले अनुभव दुबे नाम के शख्स की। अनुभव दुबे एक बहुत ही सामान्य परिवार से आते हैं और उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव में रहते हुए ही की। पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक गांव में ही पढ़ाई करने के बाद अनुभव दुबे आगे की पढ़ाई करने के लिए इंदौर चले गए। इंदौर से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अनुभव दुबे को उनके घर वालों ने यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली भेज दिया। वैसे अनुभव पढ़ने में काफी होशियार थे यही कारण रहा कि उनके घर वालों ने उन पर पैसा खर्च करते हुए उन्हें दिल्ली आईएएस बनने की पढ़ाई करने के लिए भेज दिया।

IAS बनने निकला था युवक, दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान, 100 करोड़ पंहुचा टर्नओवर
IAS बनने निकला था युवक, दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान, 100 करोड़ पंहुचा टर्नओवर

पुराने फर्नीचर से शुरू की चाय की दुकान

दिल्ली में रहते हुए अनुभव की मुलाकात उनके पुराने दोस्त आनंद नायक से हुई। आनंद नायक से मिलने के बाद अनुभव और आनंद के दिमाग में यह विचार आया कि क्यों ना चाय की कैंटीन खोली जाए। यह विचार उन्हें यूपीएससी की पढ़ाई के बीच आया। इसके बाद दोनों ने इस विचार पर अमल करने के बारे में सोचा और आगे बढ़ते।

दोनों ने एक छोटे स्तर पर एक चाय की कैंटीन खोल ली। हालांकि उनके पास बड़े स्तर पर काम शुरू करने के लिए उतने पैसे इन्वेस्टमेंट नहीं थे। इसलिए पुराने फर्नीचर का इस्तेमाल करते हुए की दोनों ने एक छोटी सी चाय की कैंटीन खोली और वहीं पर चाय बनाकर बेचने लगे।

IAS बनने निकला था युवक, दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान, 100 करोड़ पंहुचा टर्नओवर
IAS बनने निकला था युवक, दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान, 100 करोड़ पंहुचा टर्नओवर

100 करोड़ से ज्यादा है टर्नओवर

दोनों के पास इतना भी पैसे नहीं थे कि वे अपनी चाय की कैंटीन का नया बैनर बनवा कर लगा सके। इसलिए उन्होंने अपने हाथों से लिखा हुआ बैनर ही अपनी कैंटीन के ऊपर लगा दिया। इन्होंने जो चाय कैंटीन खोली थी उसका नाम था चाय सुट्टा बार। दोनों की किस्मत काफी अच्छी रही जो इनका बिजनेस तेज गति से आगे बढ़ता चला गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि आज के समय में अनु दुबे और उनके दोस्त आनंद नायक की चाय कैंटीन के पूरे देश में लगभग 165 आउटलेट हैं और उनकी कंपनी का टर्नओवर आज के समय में 100 करोड़ से भी ज्यादा है।

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