आप में से कई लोगों को अपने स्कूल के दिनों में टाइम टेबल बनाकर रखने की काफी अच्छी आदत रही होगी। अक्सर हम स्कूल के दिनों में अपने पूरे दिन का टाइम टेबल बनाकर रखते थे जिसमें हमारी पूरी दिनचर्या शामिल होती थी। लेकिन हम उस दिनचर्या को केवल कुछ ही दिन फॉलो करते थे और बाद में अपने मनमर्जी से जीने लगते थे। लेकिन हम आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं जहां पर एक मां ने अपने 6 साल के बेटे के लिए काफी अनोखा टाइम टेबल बनाया जिसे देखकर सभी लोग काफी हैरान है।
मां ने बच्चे के लिए बनाया अनोखा टाइम टेबल
आजकल सोशल मीडिया का जमाना है तो कोई भी खबर कुछ सेकंड में कहां से कहां पहुंच जाएगी इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। सोशल मीडिया के जरिए एक ऐसा ही टाइम टेबल वायरल हो रहा है जो किसी मां ने अपने बच्चे के लिए बना कर रखा हुआ है। इस टाइम टेबल में उस मा ने अपने 6 साल के बच्चे की पूरी दिनचर्या को बना कर दिखाया है जिसमें उसके जागने से लेकर तो होने तक की सारी एक्टिविटीज को शामिल किया गया है।
सुबह से लेकर शाम तक बच्चे को क्या करना होगा
बता दे की सोशल मीडिया पर वाय*रल होती है तस्वीर खुद उस महिला ने शेयर की है जिसने यह टाइम टेबल बनाया। इस तस्वीर को शेयर करते हुए उस महिला ने कैप्शन में लिखा कि यह मेरे और मेरे बेटे के बीच हुआ एग्रीमेंट है। यह टाइम टेबल मेरे बेटे की मर्जी के साथ बनाया गया है। इस टाइम टेबल में साफ तौर पर लिखा हुआ देखा जा सकता है कि सुबह 7:50 पर अलार्म बजेगा और 8:00 बजे बच्चे को जागना पड़ेगा। जागने के बाद उसकी दैनिक क्रिया है शुरू हो जाएगी।
बच्चे को लालच भी दिया गया
टाइम टेबल में उन छोटी-छोटी बातों के बारे में लिखा गया है जो उसे सुबह उठने के बाद करनी है। जैसे ब्रश, ब्रेकफास्ट, टीवी देखना, फल खाना, खेलना, दूध पीना, टेनिस खेलना, होमवर्क करना, डिनर, सफाई करना, सोने का टाइम, इत्यादि। इतना ही नहीं इस टाइम टेबल को सही ढंग से फॉलो करने के लिए बच्चे को लालच भी दिया गया है। टाइम टेबल में लिखा गया है कि अगर बच्चा दिन में ना रोए गाना चिल्लाएगा और ना ही तोड़फोड़ करेगा तो उसे ₹10 इनाम दिया जाएगा। वहीं अगर वह बच्चा पूरे 1 हफ्ते तक बिना रोए बिना चिल्लाया तोड़फोड़ किए गीत आएगा तो उसे ₹100 इनाम में दिए जाएंगे।
यह टाइम टेबल सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ है जिसे देखकर हर कोई अपनी अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देने लगा। कुछ लोग कहने लगे कि हर मां को इसी प्रकार से अपने बच्चे का ध्यान रखना चाहिए। वहीं कुछ लोग कहने लगे कि बच्चों की आजादी इस प्रकार से नहीं छीननी चाहिए।