दोस्तों हम सभी जानते हैं यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक है। इस परीक्षा को पास करने के लिए लाखों विद्यार्थी राजस्थान कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन उन लाखों में से पूछ कि विद्यार्थी इस परीक्षा में चयनित हो पाते हैं। बावजूद इसके कुछ विद्यार्थी बाहर बाहर प्रयास करते ही रहते हैं और किसी ना किसी प्रयास में सफल हो ही जाते हैं लेकिन कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा को पास कर जाते हैं।
ऐसे ही एक बेटी की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं जिसने अपने पहले ही प्रयास में केवल 23 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली।
ग्रेजुएशन खत्म होते ही यूपीएससी की पढ़ाई शुरू की
हम बात कर रहे हैं हरियाणा के भिवानी की रहने वाली निशा ग्रेवाल की। निशा अग्रवाल मैं अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने पैतृक गांव से ही पूरी की। 12वीं तक पढ़ाई पूरी करने के बाद निशा ग्रेवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी का रुख किया और दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में बीए ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। अपना ग्रेजुएशन खत्म करते ही निशा ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
निशा पढ़ने में काफी होशियार थी इसलिए उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई की। जिसके बाद साल 2020 में हुई यूपीएससी की परीक्षा में निशा को ऑल इंडिया रैंक 51 हासिल हुई।
निशा ने सफलता का श्रेय दिया अपने दादा को
निशा की सफलता से निशा के माता-पिता को काफी खुशी हुई। बता दें कि निशा के पिता इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट में नौकरी करते हैं और निशा की माता एक गृहिणी है पूर्णविराम इसके साथ ही निशा के दादाजी को भी सबसे ज्यादा खुशी हुई क्योंकि निशा की सफलता में निशा के दादाजी का सबसे बड़ा हाथ था।
बता दे कि निशा के दादा किसी समय टीचर रह चुके हैं और उन्होंने समय-समय पर निशा को उचित मार्गदर्शन दिया है इस बात की पुष्टि खुद निशा ने की है। ने बताया कि उनके दादाजी ने उन्हें काफी ज्यादा मार्गदर्शन किया जिसके कारण वे यूपीएससी की परीक्षा में पहले ही प्रयास में पास हो गई।
निशा के पढ़ने का तरीका
निशा ने अपनी पढ़ाई के तरीके को लेकर कहा कि उन्होंने सबसे पहले अपना बेस मजबूत करने के लिए एनसीईआरटी की किताबों का सहारा लिया। उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों को पूरी डिटेल में अच्छे से पढ़ा जिससे उन के पढ़ाई का पूरा देश मजबूत हो गए।
इसके बाद उन्होंने स्टैंडर्ड बुक रेफर की जिसमें से उन्होंने काफी कुछ हासिल किया। उन्होंने बताया कि वे रोजाना 9 से 10 घंटे पढ़ाई करती थी। निशा में जब यूपीएससी परीक्षा पास की तब वह केवल 23 वर्ष की थी। इतनी कम उम्र में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर लेना एक अद्भुत काम है जिसके लिए उनकी काफी सराहना की जा रही है।