13 साल की बच्ची ने लौटाया 7 लाख के जेवर से भरा हुआ बैग पेश की ईमानदारी की मिसाल
रायसेन जिले के उदयपुरा में छठी कक्षा की एक छात्रा ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. एक गरीब परिवार से आने वाली इस बेटी का मन लाखों रुपए के गहने देखकर भी नहीं मचला।
आज के दौर में लोग मौका मिलने पर अपनों को भी ठगने से नहीं चूकते हैं. वहीं अगर लाखों रुपए आपको यूं ही पड़े मिल जाएं तो? तो सबसे पहले यही लगेगा कि मैं तो लखपती बन गया, अब इन पैसों से ऐश मारूंगा, मज़े लूंगा, अच्छा खाऊंगा और अच्छा पहनूंगा इत्यादि चीज़े मन मे आएगी.कुछ लोग तो यह जानने की कोशिश भी नहीं करेंगे कि इतने पैसे किसके गिरे हैं.
लेकिन कहते हैं कि ऐसे ही मौकों पर ही असली पता चलता है कि आप कितने ईमानदार हैं. ऐसा ही एक ईमानदारी की मिशाल पेश करने का जज्बा मध्य प्रदेश की एक बेटी दिखाया। इस बच्ची का नाम रीना है और रीना ने इस बात को खूब साबित किया है. एक साधारण से परिवार से आने वाली इस बेटी का ईमान लाखों रुपए के गहने देखकर भी नहीं डगमगाया.
इस मिसाल के सामने हर कोई फ़ैल है। बच्ची का नाम रीना है जिसे सड़क पर पड़ा हुआ एक बैग मिला था, जिसमें करीब सात लाख रुपए के जेवरात थे। हालाँकि जेवरात से भरा बैग देखकर ना तो रीना का और ना उसके पिता का ईमान डगमगाया और दोनों थाने पहुंच गए। इस मामले में मिली जानकारी के तहत रीना ने पुलिस के सामने बैग उसके असली मालिक को सौंप दिया। वहीं दूसरी तरफ बैग मिलने के बाद पुलिस के साथ सभी ने रीना की तारीफ की और 51 हजार रुपये नकद देकर छात्रा का गुलदस्ते के साथ सम्मान किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रीना अहिरवार कक्षा 6 में पढ़ती है और उसके पिता मंगल सिंह अहिरवार मजदूरी करते है। बताया जा रहा है मंगल सिंह अहिरवार मजदूरी करके 200-400 रुपए रोज कमाकर परिवार का पालन पोषण करते है, हालाँकि उन्होंने जो संस्कार अपनी बेटी रीना को दिए, उसकी तारीफ अब हर जगह की जा रही है। इस मामले के बारे में उदयपुरा थाना प्रभारी प्रकाश शर्मा ने बताया कि सिलारी की रहने वाले मंगल सिंह अहिरवार की बेटी रीना शनिवार को स्कूल से घर लौट रही थी। वहीं अनघोरा रोड पर उसे रास्ते में बैग मिला, इसमें सोने के जेवर थे।
उस दौरान रीना ने उस स्थान पर बैग मालिक का इंतजार भी किया, लेकिन जब कोई नहीं आया तो बैग लेकर घर चली गई। वहीं देर रात पिता घर आए, तब बेटी ने उन्हें बैग के बारे में बताया। उसके बाद मंगल अगले दिन बेटी के साथ उदयपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. एमएल बड़कुर के पास पहुंचे। यहाँ उन्होंने पुलिस को बैग मिलने की सूचना दी।
उसके बाद सोमवार को सूचना के बाद जब बैग लेने परिवार आया तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस मामले में ककरुआ निवासी यशपाल परमार ने बताया कि बेटी रंजना शादी में शामिल होने आई थी। शनिवार को वे उसे बाइक से छोड़ने उसके ससुराल उदयपुरा आ रहे थे। बेटी के पास 14 तोला सोना सहित करीब 7 लाख रुपए का सामान था। बैग ककरुआ और उदयपुरा के बीच गिर गया था। उस दौरान यशपाल परमार ने बैग को खूब खोजने का प्रयास भी किया लेकिन उन्हें नहीं मिला। उसके बाद सोशल मीडिया पर भी बैग लौटाने वाले को ईनाम देने की घोषणा की। वहीं जब यह बैग नहीं मिला तो इसकी जानकारी उदयपुरा थाने में भी दी गई।
ऐसे में बीते सोमवार को जब उन्हें आभूषण से भरा बैग मिलने की सूचना मिली तो उनकी खुशी दोगुनी हो गई। दूसरी तरफ बैग मालिक ने छात्रा रीना को नए कपड़े दिलाए और 51 हजार रुपए की नकद राशि भेंट की। इसी के साथ 13 साल की रीना को थाना प्रभारी उदयपुरा प्रकाश शर्मा ने 11 सौ रुपए की नकद राशि देकर प्रशंसा की और कहा कि शासन स्तर पर बच्ची को सम्मान दिलाया जाएगा।