राजस्थान का पहला किन्नर बना पुलिस कॉन्स्टेबल, नौकरी में आ गया था अडंगा, इस तरह से हुई किन्नर की जीत

राजस्थान का पहला किन्नर बना पुलिस कॉन्स्टेबल, नौकरी में आ गया था अडंगा, इस तरह से हुई किन्नर की जीत

कुछ लोगों का जीवन बचपन से ही काफी ज्यादा संघर्षपूर्ण होता है तो कुछ लोगों को बचपन से ही सारी सुख सुविधाएं मिल जाती है। सबसे ज्यादा नाइंसाफी उन लोगों के साथ होती है जो पैदा होते ही नहीं सर कि ग्रुप से कुछ चीजों से वंचित रह जाते हैं या फिर दूसरे लोगों से अलग होते हैं। लेकिन ऐसे लोग भी अपनी मेहनत और लगन से खुद को सफल बनाने का कारनामा जब कर दिखाते हैं तो उनके सफलता के ऊपर पूरा समाज नाज करता है। ऐसी ही एक दास्तान हम आपको राजस्थान की गंगा कुमारी की बता रहे हैं। जो सचमुच काफी प्रेरक है।

राजस्थान का पहला किन्नर बना पुलिस कॉन्स्टेबल, नौकरी में आ गया था अडंगा, इस तरह से हुई किन्नर की जीत
राजस्थान का पहला किन्नर बना पुलिस कॉन्स्टेबल, नौकरी में आ गया था अडंगा, इस तरह से हुई किन्नर की जीत

राजस्थान के जालौर जिले के रानीवाड़ा कस्बे की रहने वाली गंगा कुमारी कोई महिला या पुरुष नहीं है बल्कि एक ट्रांसजेंडर किन्नर है। गंगा कुमारी का जीवन बचपन से ही काफी संघर्षों से होकर गुजरा। बहुत ही सामान्य आर्थिक परिस्थिति से आने वाली गंगा कुमारी ने बचपन से ही अपने प्रति समाज के एक अलग रवैया को झेला जिसकी वजह से उन्हें काफी दुख हुआ करता था। लेकिन आज गंगा कुमारी बहुत ही सम्मानजनक स्थिति में आकर खड़ी हो गई है क्योंकि उन्हें राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी मिल गई पूर्णविराम लेकिन यह नौकरी हासिल करना उनके लिए बिल्कुल आसान नहीं था।

राजस्थान का पहला किन्नर बना पुलिस कॉन्स्टेबल, नौकरी में आ गया था अडंगा, इस तरह से हुई किन्नर की जीत
राजस्थान का पहला किन्नर बना पुलिस कॉन्स्टेबल, नौकरी में आ गया था अडंगा, इस तरह से हुई किन्नर की जीत

साल 2012 में गंगा कुमारी ने राजस्थान पुलिस कांस्टेबल के लिए भर्ती। उसके अगले साल 2013 में उन्होंने इस नौकरी के लिए लिखित में परीक्षा विधि। इस परीक्षा के परिणाम साल 2014 में घोषित कर दिए गए। यहां तक तो सारी चीजें गंगा कुमारी ने आसानी से पार कर ली थी। लेकिन जब मेडिकल टेस्ट की बारी आई तो गंगा कुमारी का लिंग स्पष्ट ना होने के कारण प्रशासन ने उन्हें नौकरी देने से मना कर दिया। इसके बाद गंगा कुमारी ने सीधे हाईकोर्ट की सीढ़ियां चढ़कर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। यह मामला राजस्थान हाई कोर्ट की जोधपुर खंडपीठ में चला।

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आखिरकार राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर खंडपीठ ने नवंबर 2017 में इस मामले के ऊपर फैसला सुना दिया। फैसले के मुताबिक पुलिस प्रशासन को गंगा कुमारी को कॉन्स्टेबल की नौकरी देनी ही पड़ी। गंगा कुमारी आज राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल बनकर देश की सेवा कर रही है। वह राजस्थान की पहली ट्रांसजेंडर महिला है जिन्होंने राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी हासिल की। अगर उन्हें साल 2014 में ही नौकरी पर रख लिया जाता तो शायद वह देश की पहली ट्रांसजेंडर महिला पुलिस कांस्टेबल बन सकती थी लेकिन कोर्ट में चलने वाले मामले की वजह से वह इस मामले में तीसरे नंबर पर चली गई।

राजस्थान का पहला किन्नर बना पुलिस कॉन्स्टेबल, नौकरी में आ गया था अडंगा, इस तरह से हुई किन्नर की जीत
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बता दे की चेन्नई की रहने वाली पृथिका यशीनी देश की पहली ट्रांसजेंडर महिला है जो चेन्नई पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। इनके अलावा तमिलनाडु के मदुरई की आर नसरिया दूसरी ट्रांसजेंडर है जो पुलिस विभाग में देश की सेवा कर रही है। इसके बाद गंगा कुमारी अब देश की तीसरी और राजस्थान की पहली ट्रांसजेंडर बन गई है जिन्हें पुलिस विभाग में नौकरी मिली है। जो लोग गंगा कुमारी के ऊपर किसी समय हंसते थे उन लोगों के लिए भी गंगा कुमारी निश्चित तौर पर प्रेरणादाई साबित होंगी।

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