मल्तीदा कुल्लू एक आशा वर्कर है और पिछले 15 साल से लगातार वे स्वास्थ्य कर्मी के रूप में गरीब और जरूरतमंद लोगों की सेवा करती आ रही है। मल्तीदा कुल्लू उड़ीसा के कुल्लू सुंदरगढ़ जिले की रहने वाली है। उनके काम से लोग हमेशा प्रभावित रहते हैं। उनके काम का प्रभाव सिर्फ सामान्य लोगों तक ही नहीं बल्कि फ़ोर्ब्स की मैगजीन तक भी पहुंचा।
बता दें कि फ़ोर्ब्स ने मल्तीदा कुल्लू को दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में शामिल कर लिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सूची में बैंकर अरूंधती भट्टाचार्य और मशहूर सिंगर रसिका दुगल जैसी बड़ी शख्सियतों का नाम शामिल है।
पूरी इमानदारी से करती है अपना काम
बता दे कि मल्तीदा कुल्लू पिछले 15 साल से लगातार ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के बड़ागाव तहसील के अंतर्गत गर्गडबहल गांव में आशा वर्कर के रूप में जन सामान्य लोगों की सेवा कर रही है। मल्तीदा कुल्लू घर-घर जाकर वैक्सीनेशन का काम करती है। इसके साथ ही महिलाओं को प्रसव से पहले और प्रसव के बाद होने वाली जांच जी प्रदान करती है।
इसके साथ ही मल्तीदा कुल्लू उस गांव वालों को एचआईवी संक्रमण और अन्य संक्रामक बीमारियों से दूर रहने के लिए सतर्क करती है। बच्चे के जन्म की तैयारी और बच्चे के जन्म के बाद की तैयारी भी मल्तीदा कुल्लू ही करवाती है। वह अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ करती है।
लोगों की सोच बदलने के लिए किया काफी संघर्ष
बता दें कि मल्तीदा कुल्लू जिस इलाके में आशा वर्कर के तौर पर काम कर रही है वह इलाका बहुत ही दुर्गम इलाका है। यह इलाका काफी पिछड़ा हुआ है जिसके कारण यहां के लोगों के मन पर किसी समय अंधश्रद्धा हावी हो चुकी थी। यह ग्रामीण इलाका शहरी भाग से काफी दूर है इसलिए यहां पर शुरुआत में अस्पताल की कोई सुविधा नहीं थी इसलिए जब कभी लोग बीमार पड़ते थे तो सबसे पहले जादू टोने और झाड़-फूंक का ही सहारा लेते थे। मल्तीदा कुल्लू ने लोगों के मन पर बैठा हुआ यह अंधविश्वास दूर करने के लिए काफी संघर्ष किया और उन्हें आधुनिक चिकित्सा के साथ जोड़ा।
काफी व्यस्त है दिनचर्या
बता दें कि मल्तीदा कुल्लू की दिनचर्या बहुत ही ज्यादा व्यस्त है। वे रोजाना सुबह 5:00 बजे उठती है और सुबह 5:00 बजे उठकर सबसे पहले अपने मवेशियों की देखभाल करती है। उसके बाद चूल्हा चौका संभालती है। इसके बाद वे अपने आशा वर्कर के काम के लिए साइकिल से निकल पड़ती है। मल्तीदा कुल्लू साइकिल से ही पूरे गांव का भ्रमण करती है और हर घर तक पहुंच कर उन्हें अपने स्वास्थ्य के लिए जागरूक करती है।
मल्तीदा कुल्लू के प्रयास से गांव में वैक्सीनेशन का अभियान काफी जोरों शोरों से चला और लोग वैक्सीनेशन के लिए तत्पर दिखाई दिए। मल्तीदा कुल्लू के इसी जज्बे को देखते हुए और उन्हें दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट में शामिल कर लिया।