सिनेमा जगत की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली ‘मां’ निरुपमा रॉय की कहानी, 200 से ज्यादा फिल्मों में निभाई थी अहम भूमिका
निरुपा रॉय के निजी जीवन की बात करे तो, मात्र 15 वर्ष की आयु में इनकी शादी हो गई थी। निरूपा के फिल्मी जगत में एंट्री की कहानी भी काफी दिलचस्प है।
वैसे तो अब तक हजारों से ज्यादा एक्टर्स ने फिल्मों में मां का किरदार निभाया है। लेकिन निरूपा रॉय जैसी प्रसिद्धि किसी को हासिल न हो सकी। 1970-80 के दशक में निरूपा रॉय ने मां के किरदार में ऐसी चमक बिखेरी वो चमक अब तक फीकी न पड़ी। वो अकेली ऐसी एक्टर्स थी, जिन्होंने देव आनंद, धर्मेंद्र से लेकर अमिताभ बच्चन, शशि कपूर जैसे महान अभिनेताओं की मां का किरदार निभाया।
निरूपा रॉय ने अपने फिल्मी सफर के करियर में लगभग 250 फिल्मों काम किया। दीवार, अमर अकबर एंथोनी, गंगा जमुना सरस्वती, बेताब, बेजुबान, लाल बादशाह जैसी फिल्मों में मां का रोल निभाया था। निरूपा रॉय के इन फिल्मों में मां के किरदार दर्शकों ने काफी पसंद किया और निरूपा रॉय फेमस हो गईं।
वैसे तो इन फिल्मों में काम करने के अलावा निरूपा तकरीबन 15 फिल्मों में देवी के किरदार में भी देखी गई। देवी के किरदार में भी निरूपा को दर्शकों ने खूब पसंद किया। देवी के किरदार में निरूपा ने अपने अभिनय को बखूबी निभाया। जिसके बाद निरूपा को दर्शक देवी मानने लगे थे। इतना ही नही देवी का किरदार निभाने की वजह से लोग इनके घर आशीर्वाद लेने तो पहुंच जाते थे।
निरूपा रॉय की निजी जीवन के बारे में बात करे तो मात्र 15 साल की आयु में उनकी शादी करदी गई थी। निरूपा ने कभी नही सोचा था कि उनको फिल्मों में काम करने का मौका भी मिलेगा।
उनके फिल्मी सफर की शुरुआत भी बहुत दिलचस्प है। दरअसल, उन्होंने एक नाटक कंपनी के लिए एक अखबार में विज्ञापन देखा था। विज्ञापन देखकर निरूपा ऐसे ही बिना तैयारी किये ऑडिशन देने चली गई और इस ऑडिशन में वो चयनित हो गई। निरूपा रॉय के जीवन की आखिरी फ़िल्म लाल बादशाह थी, इस फ़िल्म में निरूपा रॉय ने अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाया था, निरूपा का ये किरदार भी दर्शकों को खूब भाया था। निरूपा रॉय का निधन साल 2004 में 13 अक्टूबर को हो गया था।