मछुआरे के जाल में गलती से फंसी 16 फिट की विशालकाय मछली, ‘श्रापित मछली’ के चक्कर मे शहर की उड़ी नींद

मछुआरे के जाल में गलती से फंसी 16 फिट की विशालकाय मछली, ‘श्रापित मछली’ के चक्कर मे शहर की उड़ी नींद

समुंद्र अपने अंदर अनगिनत रहस्य समेटे हुए है। समुंद्र में कई ऐसे जीव भी पाए जाते है जिनके बारे मे इंसानों को कुछ नही पता।कई समुंद्री रहस्यों का जिक्र सिर्फ कहानियों में ही सुनने को मिलता है।
चिली शहर से एक अजीबोगरीब घटना सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि यहां के मछुआरों के जाल में एक ऐसी मछली फंसी है, जिसको लेकर पूरे शहर में हलचल मची है।

खुद आकर फंसी जाल में

मछुआरे के जाल में गलती से फंसी 16 फिट की विशालकाय मछली, 'श्रापित मछली' के चक्कर मे शहर की उड़ी नींद
मछुआरे के जाल में गलती से फंसी 16 फिट की विशालकाय मछली, ‘श्रापित मछली’ के चक्कर मे शहर की उड़ी नींद

द मिरर की खबर के अनुसार चिली के एरिका में कुछ मछुआरे अपने जहाज को समुंद्र में ले गए थे। इस दौरान, उनके जाल में एक बड़ी मछली फंसी है। शुरुआत में तो मछुआरों को ऐसा लगा जैसे उनके हाथ जैकपॉट लग गया हो। लेकिन जैसे वो इस जाल को समुंद्र किनारे लेकर पहुंचे तो सबकी चिंता बढ़ गई।

देखने वालों की लगी भीड़

 

ये मछली लगभग 16 फिट की है। मछुआरों को लगा कि ये मछली उनको मालामाल कर देगी। लेकिन देखने पहुंचे लोगो ने इस मछली को श्रापित मछली बताया है। जैसे ही 16 फिट की मछली पकड़ने का लोगो पता चला इसके तुरंत बाद ही ये खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। इसके बाद कुछ लोगो ने इस मछली की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाली और खूब व्यूज बटोरे।

1000 मीटर की गहराई में रहना पसन्द करती है ये मछली

मछुआरे के जाल में गलती से फंसी 16 फिट की विशालकाय मछली, 'श्रापित मछली' के चक्कर मे शहर की उड़ी नींद
मछुआरे के जाल में गलती से फंसी 16 फिट की विशालकाय मछली, ‘श्रापित मछली’ के चक्कर मे शहर की उड़ी नींद

विशेषज्ञों ने बताया कि इस मछली को कोलोसज साइज की ओरफिश कहा जाता है। इस मछली को किंग ऑफ हेरिंग्स भी कहा जाता है।
जीव वैज्ञानिकों ने बताया कि इसकी लम्बाई 5 मीटर से ज्यादा भी हो सकती है हालांकि ऐसा बहुत दुर्लभ पाया जाता है।ये समुंद्र में 200 से 1000 मीटर की गहराई में रहती है। लेकिन इस मछली को मछुआरों में किनारे पर पकड़ा, ऐसे ये समझ नही आ रहा है कि ये मछली वहां कैसे आई। कुछ लोगो ने बताया कि जब इन मछलियों को भूकम्प का अनुमान या अंदेशा होता है तभी ये मछली तट के किनारे आती है। हालांकि विज्ञानियों ने इस बात का खंडन किया है।

क्यो कहा जा रहा है ‘श्रापित मछली’

कुछ लोगो ने दावा किया है कि ये मछली भविष्य बताती है। अगर ये आपको तट पर पाई जाती है तो समझ लीजिए इस इलाके में बड़ी आपदा आने वाली है। 2011 में ये मछली जापान में नजर आई थी। जिसके बाद फुकुशिमा में भयंकर भूकम्प आया था। ऐसी कई मामले है जिस वजह से इस मछली को श्रापित माना जाता है।

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