बिहार के कटिहार में एक बहुत ही अजीबो गरीब बच्चे का जन्म हुआ है। यह बच्चा चार हाथ और चार पैर लेकर जन्मा है। जैसे ही इस अनोखे बच्चे के जन्म की खबर स्थानीय लोगों तक पहुंची तो सभी लोग अस्पताल में इस अद्भुत दिखने वाले बच्चे को देखने के लिए भीड़ इकट्ठा करने लगे। ना केवल उस गांव के बल्कि दूर-दूर के लोग इस बच्चे को देखने के लिए अस्पताल में इकट्ठा होने लगे। डॉक्टर के माने तो यह एक असामान्य बच्चा है और फिजिकली दिव्यांग है।
इसलिए इस बच्चे के चार हाथ और चार पैर है। लेकिन लोगों का कुछ और ही मानना है। लोग इस बच्चे को जैसे ही देख रहे हैं तो इसके बारे में अपने मन में एक अलग ही धारणा बना रहे हैं।
कुछ लोग कह रहे हैं कि यह बच्चा कोई साधारण बच्चा नहीं है बल्कि भगवान का अवतार है। क्योंकि आमतौर पर हमने भगवानों के ही 4 हाथ और चार बगैर देखे हैं। इसलिए लोग इस बच्चे को सीधा भगवान के द्वारा भेजा गया फरिश्ता बता रहे हैं। बिहार के कटिहार के सदर अस्पताल में जन्मे इस असामान्य बच्चे को लेकर वहां की महिला चिकित्सक डॉक्टर ने कहा कि जिस प्रकार से लोग इसे चमत्कार बता रहे हैं वह बिल्कुल गलत है।
लोगो को ऐसे अद्भुत बच्चा नहीं बल्कि असामान्य बच्चा कहना चाहिए। क्योंकि ऐसा बच्चा किसी चमत्कार के कारण नहीं बल्कि कुछ जेनेटिक चेंजेज के कारण पैदा होता है।
डॉक्टरों का कहना है कि यह समस्या गर्भधारण के बीच में उत्पन्न हुई है। अगर उन्हें इसके बारे में पहले ही पता चल जाता तो वे इसे गर्व से रिमूव कर सकते थे। वही बच्चे के पिता ने भी कहा कि डिलीवरी से पहले अनुराधा कुमारी की कई बार अल्ट्रासाउंड टेस्ट करवाई गई लेकिन चिकित्सकों ने पहले कभी भी इस बच्चे के असामान्य होने की जानकारी उन्हें नहीं बताई।
लेकिन अब डिलीवरी होने के बाद डॉक्टर का कहना है कि यह बच्चा काफी असामान्य स्थिति में पैदा हुआ है और इसकी हालत बहुत ही ज्यादा क्रिटिकल है। ऐसे में अब बच्चे के पिता और माता समेत पूरे परिवार में थोड़ा दुख भी है।
बता दें कि यह बच्चा पूरी तरह से और सामान्य है। बच्चे को चार हाथ है और चार पैर है। बच्चे की मां का मायका बिहार का ही है और ससुराल पश्चिम बंगाल में है। इस बच्चे की डिलीवरी होने के बाद नर्स ने जैसे ही बताया कि बच्चा और सामान्य है तो यह खबर अस्पताल सहित पूरे स्थानीय क्षेत्र में आग की तरह फैल गई।
बच्चे को देखने के लिए अस्पताल का पूरा स्टाफ और वहां पर मौजूद सभी लोग इकट्ठा हो गए। इतना ही नहीं उस क्षेत्र के भी सभी लोग इस बच्चे को देखने आने लगे और इसे कुदरत का करिश्मा बताने लगे।