आज के समय में मनुष्य की बुनियादी जरूरतों में रोटी कपड़ा मकान के अलावा बिजली और इंटरनेट भी शामिल हो गया है। एक समय को व्यक्ति बिना खाना खाए रह सकता है परंतु बिजली और इंटरनेट के बिना शायद ही अब जीवन व्यतीत करना संभव हो। परंतु हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो पिछले 40 वर्षों से जंगलों में रह रहा है।
यह व्यक्ति जंगलों में बिना किसी भौतिक सुविधाओं के जीवन यापन कर रहा है इस व्यक्ति को जंगल में रहते हुए 40 वर्ष बीत गए परंतु आज भी किसी भी बुनियादी आवश्यकताओं की वस्तुओं के बिना यह व्यक्ति अपना जीवन खुशी खुशी जी रहा है।
केन स्मिथ नाम के शख्स की उम्र 74 वर्ष है। जानकारी के अनुसार 26 वर्ष पहले उनके साथ एक बहुत ही बड़ी दुर्घटना घटित हुई। के निमित्त अपने घर से बाहर निकले और कभी कुछ बदमाशों ने किसी कारणवश उनके ऊपर हमला कर दिया। इस हमले में केन स्मिथ बुरी तरह से घायल हुए और उनके सिर पर गंभीर चोट आई।
केन स्मिथ को इलाज करने के लिए अस्पताल में तुरंत भर्ती करवाया गया परंतु सिर पर गंभीर चोट आने के कारण केन स्मिथ का ब्रेन हेमरेज हो गया था जिसके कारण डॉक्टर ने कहा था कि अब यह व्यक्ति किसी भी प्रकार का कोई भी काम करने लायक नहीं बचा है।
केन स्मिथ ने बताया कि डॉक्टर ने साफ-साफ कह दिया था कि यह व्यक्ति ना तो चल पाएगा और ना ही बोल पाएगा और ना ही किसी भी प्रकार का कोई भी काम कर पाने में सक्षम रहेगा। परंतु डॉक्टर की यह बात सुनकर केन स्मिथ ने ठान लिया था कि वह अब अपने बलबूते पर ही अपने जीवन को आगे बढ़ाएंगे। वहीं से सब कुछ छोड़ कर कनाडा के जंगलों की ओर निकल गए।
वह पैदल ही जंगलों की ओर निकल गए और करीब 22000 मील का अंतर पर करने के बाद जब वह घर वापस लौटे तो उन्हें पता चला कि उनके माता पिता का निधन हो चुका है। अपने माता पिता के निधन की खबर सुनकर केन स्मिथ काफी दुखी हूए।
परंतु इस बार वे अब ब्रिटेन की जंगलों की ओर चल पड़े। उन्होंने बताया कि उन्हें किसी भी प्रकार का कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा था और वह बस चलते जा रहे थे और उन्हें बहुत रोना भी आ रहा था। परंतु चलते चलते वे स्कॉटिश हाइलैंड्स तक पहुंच गए और वहीं पर उन्होंने हमेशा के लिए रहने का निर्णय कर लिया।
केन स्मिथ ने वही जंगल की कुछ चीजों का प्रयोग करके अपने लिए रहने लायक एक झोपड़ी बना ली और उसी में रहने लगे। झोपड़ी में ना तो बिजली थी और ना ही गैस का कनेक्शन। केन स्मिथ जहां पर रह रहे थे वहां से पीने का पानी है बहने वाला नहीं था। हालांकि उन्हें वहां पर रहते हुए अब 40 वर्ष बीत गए हैं और वह उसी जीवन को जीने के आदी भी हो चुके हैं।