आजकल दुनिया में कई जगह पर से समलैं’गिक विवा’ह की खबरें सुनाई देती रहती है। कई देशों में समलैंगि’क विवा’हों के समर्थन में कानू’न भी बनाए गए हैं। कुछ देशों में समलैंगि’क विवा’हों को समझाने ग्रुप से मान्यता प्रदान की गई है।
ऐसा ही एक समलैं’गिक विवाह भारत के रहने वाले लड़के ने पोलैंड के रहने वाले लड़के से किया है। शादी के तुरंत बाद दोनों ने फोटोशूट करवाया और उनके फोटोशूट की तस्वी’रें काफी सु’र्खियां बटोर रही है। दोनों की शादी की तस्वी’रें सो’शल मीडि’या पर वाय’रल हो रही है और लोग उन्हें अभिनंदन कर रहे हैं और कुछ लोग इनकी शा’दी को देखकर आश्चर्य’चकित भी हो रहे हैं।
दिल्ली के रहने वाले गौरव अरोड़ा और पोलैंड के रहने वाले प्रेजमैक पॉवल्की ने शा’दी कर ली है। दोनों की शा’दी की तस्वी’रें सो’शल मी’डिया पर वायर’ल हो रही हैं। तस्वी’रें में दोनों एक दूसरे को किस करते हुए और एक दूसरे से प्यार करते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोश’ल मीडि’या पर इन दोनों के शादी की काफी चर्चा सुर्खि’यां हो रही हैं।
आमतौर पर समाज के लोग समलैंगि’क वि’वाहों को हीन भाव’ना से देखते हैं भारत में संवैधा’निक रूप से ऐसे विवा’हों को अभी औपचा’रिक मान्यता नहीं मिली है बावजूद इसके दोनों ने समलैं’गिक विवा’ह कर लिया।
दरअसल गौरव और प्रेजमैक पॉवल्की की मुलाकात 4 साल पहले एक डे’टिंग ऐ’प के जरिए हुई थी। दोनों की मुलाकात डे’टिंग ए’प पर होने के बाद दोनों में दोस्ती हुई। दोस्ती होने के बाद कुछ साल में दोस्ती प्यार में बदल गई। प्रेजमैक पॉवल्की गौरव से मिलने 4 साल पहले दिल्ली आए थे। बाद में गौरव की प्रेजमैक पॉवल्की से मिलने पोलैंड गए थे।
इसी दौरान दोनों में कभी भी आ बढ़ती गई। दोनों ने साथ-साथ 4 साल बिताएं। और फिर अंत में शा’दी करने का फैसला कर लिया। दोनों ने पोलैंड में जाकर ही शा’दी रचाई और वह दोनों फिलहाल पोलैंड में ही रह रहे हैं।
दोनों ने ही अपने परिवार वालों की सहमति से ही शा’दी की है। दोनों की शा’दी से दोनों के परिवार वाले काफी खुश है। इस अनोखी शा’दी की खबर जो कोई सुन रहा है वह आश्चर्यच’कित हो रहा है। दोनों ने अपनी शा’दी की तस्वीरें खुद होकर ही अपने इंस्टा’ग्राम से शेय’र की।
शादी की तस्वी’रें शेय’र करने के बाद से ही यह अनोखी शा’दी सुर्खि’यों में बनी हुई है। बता दे कि भारत में समलैं’गिक विवा’हों को लेकर मा’न्यता प्रदान किए जाने पर कई बार कुछ लोगों ने आवाज उठाई है परंतु भारत के सांस्कृ’तिक हित को देखते हुए अभी तक ऐसे विवा’ह को मान्य’ता नहीं दी गई है।