जानिए देश की पहली ऐसी महिला के बारे में जिसने सूट सलवार पहनकर किया WWE में देश का प्रतिनिधित्व
कन्या भ्रूण हत्या को लेकर फजीहत कराने वाले हरियाणा की बेटियों ने दुनिया में देश का नाम किया है। यहीं के मालवा गांव में मैं पैदा हुई। वेट लिफ्टर बनने के लिए जिम में कदम रखा तो समाज की पुरानी सोच ने मुझे आड़े हाथ लिया। वह सोच जिसमें लड़कियां चूल्हे-चौके में अच्छी लगती हैं। बेटी पर पैसा क्यों बर्बाद करना, क्या कमा देगी? शादी करो, जैसे दबाव खानदानवालों की तरफ से भी परिवार पर थे। मगर मैंने ठाना था, इस सोच को बदलना है।
कौन है कविता देवी?
मूलत: हरियाणा के जींद जिले के जुलाना की रहने वाली हैं। 5 फुट 9 इंच लंबी कविता को द ग्रेट खली ने प्रशिक्षित किया है। कविता का रिंग का नाम हार्ड केडी है। कविता ने 2016 में रेसलिंग की शुरुआत की थी।
आपको बता दें कि कविता देवी ने 2017 में WWE के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था और ऐसा करने वाली वो भारत की पहली विमेंस रेसलर बनी थीं। कविता देवी को 32 विमेन “मे यंग क्लासिक टूर्नामेंट” के लिए चुन लिया गया था।
कविता देवी के लिए WWE तक का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा था और उन्होंने इसके लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और अपने मेहनत के दम पर ही वो इस मुकाम तक पहुंच पाईं।
कविता दलाल हरियाणा के मालवी जैसे छोटे से गांव से आती हैं। 2011 इंडस सेंसस के मुताबिक उस गांव की पोपुलेशन 6000 लोगों की हैं और वहां विमेंस एथलीट को कोई भी ज्यादा मदद नहीं मिलती।
कविता सबके लिए एक उदाहरण हैं और सबको उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए, क्योंकि वो एक ऐसे राज्य से आती हैं, जहां विमेंस का चाइल्ड सेक्स रेशो काफी कम है। कविता को पढ़ने के लिए उत्साहित उनके भाई संदीप दलाल ने किया, उन्हीं के कारण वो बीए कर पाई थीं।
ग्रेजुएशन करते हुए कविता देवी ने सशस्त्र सीमा बल को जॉइन किया, जहां उन्हें स्पोर्ट्स कोटा के तहत चुना गया। सशस्त्र सीमा बल भारतीय सरकार के अंदर आता है और इसे आर्म्ड बॉर्डर फ़ोर्स कहा जाता है। सशस्त्र सीमा बल के ऑफिसर को इंडो-नेपाल और इंडो भूटान बोर्डर पर पोस्टिंग की जाती है। कविता को वहां पर सब इंस्पेक्टर का पद मिला हुआ था, यह सब उन्हें ट्रेनिंग के समय मिला था।
‘WWE से अभी भी जुड़ी हुई हूं’
मीडिया से बातचीत में देवी ने खुलासा किया कि वो अभी भी भारत में डब्ल्यूडब्ल्यूई के लिए एक राजदूत के रूप में शामिल रहेंगी और जल्द ही भारत में प्रतिभाओं की तलाश कर सकती हैं. उन्होंने आगे कहा कि डब्ल्यूडब्ल्यूई में अविश्वसनीय भारतीय प्रतिभाएं हैं और मैं उन्हें यहां घर पर चैंपियन बनाना जारी रखूंगी. जिसमें कोट्टायम की संजना जॉर्ज भी शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में ऑरलैंडो में डब्ल्यूडब्ल्यूई प्रदर्शन केंद्र में एक विकासात्मक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं