जर्मनी से नौकरी छोड़कर भारत आई और बन गई आईपीएस ऑफिसर, जानिए संघर्ष की कहानी
हर छात्र का सपना होता है कि वो बड़ा होकर बड़ा अफसर बने। कई बार हालातो के सामने सपने दम तोड़ देते है। कई लोगो का सपना विदेश में भी जॉब करने का होता है लेकिन आज हम आपको एक ऐसी लेडी ऑफिसर पूजा यादव के बारे में बताने जा रहे है जिसने विदेश में एक अच्छी नौकरी छोडी और भारत आकर यूपीएससी की तैयार की और आईपीएस ऑफिसर बन गई हालांकि पूजा यादव की ये राह इतनी आसान नही रही इस बीच पूजा ने कही कठिनाइयों का सामना किया लेकिन कभी हार नही मानी।
पूजा यादव मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली है। पूजा का जन्म 20 सितंबर 1988 में हुआ। पूजा ने गोधरा की डॉ लीना पाटिल के नेतृत्व में अपनी ट्रेनिंग कम्प्लीट की। पूजा यादव को उनकी पहली पोस्टिंग गुजरात के बनासकांठा जिले थराद में आईपीएस के रूप में मिली।
इसी के साथ पूजा यादव एसी पहली महिला ऑफिसर बनी जो थराद की पहली महिला ऑफिसर है।
पूजा यादव का बचपन गरीबी में बिता यही वजह थी कि उनके परिवार वालो के पास पूजा को आठवी क्लास के बाद पढ़ाने के लिए पर्याप्त धन नही थी। विपरीत स्थिति होने के बाद भी पूजा ने हार नही मानी और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर व रिसेप्शनिस्ट की जॉब करके अपनी आगे की पढ़ाई के लिए पैसे जोड़े और अपनी एमटेक की पढ़ाई पूरी की।
जर्मनी से नौकरी छोड़कर भारत आई और मेहनत के दम पर बन गई आईपीएस
इसके बाद पूजा ने ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये विदेश में जॉब के लिए अप्लाई किया और उनको जर्मनी में जॉब के लिए बुलाया गया।कुछ दिन जर्मनी में जइब करने के बाद पूजा को ये एहसास हुआ कि वो जर्मनी के विकास में योगदान दे रही है। अपने स्कूल के दिनों से ही उनका सपना था कि वो पढ़ लिखकर देश के लिए कुछ करे और देश का नाम रोशन करे इसके चलते पूजा जर्मनी से जॉब छोड़कर भारत वापिस आगई और यूपीएससी की तैयारी करने में जुट गई।
हालांकि जब उन्होंने यूपीएससी की पहली बार परीक्षा दी तो उन्हें असफलता हाथ लगी इसके बाद भी उन्होंने हार नही मानी और तैयारी में लगी रही।इसके बाद साल 2018 में पूजा ने दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी और इस बार वो परीक्षा में सफल हो गई और आईपीएस अधिकारी बन गई।18 फरवरी 2020 को पूजा यादव ने आईएएस विकल्प भरद्वाज से शादी करली।