आज के समय में जब पूरे विश्व में में वायु प्रदूषण का प्रभाव बढ़ता जा रहा है और वायु प्रदूषण के कारण पर्यावरण को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वायु प्रदूषण के कारण ही न केवल पर्यावरण को नुकसान झेलना पड़ रहा है बल्कि मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी इसका काफी अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है जिसके कारण लोग अनेक प्रकार की गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और कई लोगों को श्वसन संबंधी रोग हो रहे हैं।
ऐसे में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण पेट्रोल डीजल से चलने वाली गाड़ियों में ही दिखाई देता है। पेट्रोल डीजल का उपयोग पर्यावरण के लिए तो हानिकारक है ही इसके साथ ही पेट्रोल डीजल की बढ़ती हुई की’मतें भी एक नया सर दर्द बनी हुई है।
लगातार बढ़ती हुई पेट्रोल-डीजल की कीम’तों ने आम नागरिक की जेब पर काफी बुरा प्रभाव डाला है जिसके कारण हर कोई अब पेट्रोल डीजल के वाहनों के पर्याय के रूप में यातायात के लिए अन्य साधनों या सार्वजनिक वाहनों का ही चयन कर रहा है। ऐसे में तमिलनाडु के एक छात्र ने वह कर दिखाया है जो समय की आवश्यकता है। तमिलनाडु के मदुरै कॉलेज के छात्र ने एक ऐसी साइकिल बनाई है जो बिना पेट्रोल और डीजल के चल सकती है।
जी हां दोस्तों यह बात सुनकर आपको थोड़ा आश्चर्य हो रहा होगा परंतु तमिलनाडु के इस छात्र ने जो साइकिल बनाई है नैसर्गिक इंधन यानी सौर ऊर्जा पर संचालित होती है और काफी उत्तम तरीके से मनुष्य के काम आ सकती है।
तमिलनाडु के मदुरई कॉलेज के छात्र धनुष कुमार ने किया गया यह आवि’ष्कार लोगों के द्वारा काफी प्रशंसा प्राप्त कर रहा है। जानकारी के अनुसार यह साइकिल एक बार फुल चार्ज होने पर लगभग 50 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है और इतना ही नहीं यदि इसका पावर कम भी हो जाए तो भी यह 20 किलोमीटर का अंतर तय कर सकती है। इस साइकिल को बनाने के लिए धनुष कुमार ने काफी मेहनत की है।
यह साइकिल 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। सबसे फाय’दे की बात यह है कि इस साइकिल को चलाने पर प्रति 50 किलोमीटर केवल 1.50 रु’पए ही ख’र्च आता है जो कि एक सामान्य व्यक्ति के लिए भी काफी अच्छी बात है।
बताया गया है कि इस साइकिल में 12 वोल्ट की चार बैटरी या लगाई गई है और इसके साथ ही 350 वाट के ब्रश मोटर भी लगाए गए हैं। यदि बात करें इस साइकिल में लगाए गए सोलर पैनल की तो इसमें 20 वाट के दो सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसके साथ ही यह साइकिल पूर्ण तरह स्कूटी के ही तकनीक पर आधारित है। इसमें एक्सीलेटर भी लगाया गया है जिससे स्पीड बढ़ाई और घटाई जा सकती है।
धनुष कुमार के द्वारा बनाई गई है साइकिल सचमुच में आज के समय में काफी उपयोगी साबित हो सकती है। तमिलनाडु के मदुरई में तो लोगों ने इस साइकिल को खरीदने के लिए भारी मात्रा में इच्छा भी जताई है। सर’कार ने भी इस प्रकार के आविष्कारों को अधिक प्रोत्साहन देते हुए धनुष कुमार को सहयोग करना चाहिए।