बंदरों की और इंसानों के बीच अक्सर ही सामान्य छुटपुट झड़ते होती रहती है। कई बार हम देखते हैं कि बंदरों के के द्वारा मचाए जाने वाले उधम के कारण कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अक्सर बंदर जंगल से होते हुए रिहायशी इलाकों में घुस आते हैं और कई बार तो लोगों के घर में भी घुस जाते हैं।
बंदर अक्सर खाने-पीने की तलाश में रहते हैं और किसी भी चीज पर संदेह होने पर तुरंत उसे चुराने का प्रयास करते हैं। ऐसे ही खाने-पीने की तलाश करते हुए एक बंदर ने ऑटो रिक्शा वाले के एक लाख रुपए छीन लिए और उन पैसों को रास्ते पर फेंक दिया।
यह घटना मध्यप्रदेश के जबलपुर की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि बीते 30 सितंबर के दिन काटव घाट क्षेत्र में एक ऑटो वाला कहीं जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में भारी ट्रैफिक जाम लग गया। ऑटो रिक्शा ड्राइवर ट्रैफिक जाम में बुरी तरह फंस चुका था।
वह ट्रैफिक से बाहर निकलने के लिए अनन्य प्रयास करने लगा परंतु इसी दौरान एक बंदर उसके ऑटो में घुस आया और एक लाख रुपए से भरा थैला लेकर फरार हो गया। इतना ही नहीं बंदर ने बहुत सारे पैसे उसी सड़क पर उड़ा दिए जिसके बाद पैसे लूटने वालों की अफरातफरी मच गई।
ऑटो ड्राइवर के ऑटो में दो अन्य लोग भी बैठे हुए थे। ऑटो चालक के पास एक लाख रुपए एक तौलिए के अंदर बांध कर रखे हुए थे। जैसे ही वह ट्रैफिक जाम में फंसा तो वह और उसके दो पैसेंजर ट्रैफिक जाम का कारण पता करने के लिए ऑटो से बाहर निकले और वही उनकी बड़ी चूक साबित हुई।
ऑटो में रखे हुए पैसों पर उसका ध्यान ही नहीं था। इसी दौरान एक शरारती बंदर वहां पर आ पहुंचा और भोजन की तलाश में उसने उस तौलिए को देखा जिसमें पैसे रखे थे। बंदर उस तौलिए को लेकर उड़न छू हो गया। और पूरे पैसे रास्ते पर उड़ा दिए।
अपने पैसों को रास्ते पर उड़ता हुआ देख ऑटो चालक काफी भौचक्का रह गया और तुरंत वह पैसे समेटने में जुट गया। परंतु दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से केवल ₹56000 ही उसे वापस मिल पाए। बाकी के पैसे लोग चुरा कर ले गए थे।
इसके बाद ऑटो चालक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। परंतु उस जगह पर कोई सीसीटीवी कैमरा ना लगा होने के कारण पुलिस भी ऑटो चालक की कंप्लेंट दर्ज नहीं करा पाई। एक कारण यह भी था कि पैसे चुराने वाला कोई इंसान नहीं बल्कि बंदर था इसलिए पुलिसकर्मी बंदर पर कोई कार्यवाही नहीं कर सकते थे।