सोशल मीडिया के माध्यम से हम आए दिन देश और दुनिया के कई सारी अद्भुत चीजों के बारे में सुनते और देखते रहते हैं। हमारे देश में कई सारी ऐसी अद्भुत और अनोखी चीजें हैं जिन्हें देखकर व्यक्ति काफी आश्च*र्यचकित और हैरान हो जाता है। इन चीजों के साथ कई सारे रहस्य भी जुड़े हैं और उन रहस्य का खुलासा आज तक नहीं हो पाया है। ऐसी ही एक अद्भुत जगह है झारखंड में।
जी हां दोस्तों झारखंड के रामगढ़ में एक ऐसी अद्भुत गुफा है जहां पर 3 बार ताली बजाने से गुफा की छत से अचानक पानी टपकने लगता है। जीना दोस्तों यह बात सुनकर आपको काफी हैरानी हो रही होगी लेकिन यह सच्चाई है।
बरसो पानी कहने से टपकता है छत से पानी
दरअसल यह जगह झारखंड के बडकागांव प्रखंड के आंगो पंचायत के झिकझोर में स्थित है। यह एक प्रकार की नैसर्गिक रूप से बनी हुई गुफा है। इस गुफा के इस रहस्य को देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी यहां पर आते रहते हैं। यहां आस-पास का निसर्ग और वातावरण देखकर सच में मन काफी प्रफुल्लित हो जाता है। यह एक बहुत ही अनोखी गुफा है।
बताया जाता है कि इस गुफा के अंदर खड़े रहकर अगर आप जोर से बरसो पानी कहोगे या फिर तीन बार तालियां बजाओ गे तो इस गुफा की छत से पानी टपकना शुरू हो जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसीलिए इस गुफा का नाम बरसो पानी गुफा रखा गया है।
क्या है असली वजह
जी हां दोस्तों यह बात काफी अजीब दिखाई देती है कि आखिर कैसे निर्जीव पत्थर कुछ कहने या केवल आवाज सुनने पर प्रतिक्रिया देने लगते हैं। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो ऐसा कहा जाता है कि इस गुफा के अंदर साउंड वेव्स के द्वारा साइलेंट कंपन पैदा होता है। अगर आप इस गुफा के अंदर तालियां बजाओ गे तो उस कंपन के माध्यम से गुफा की छत से पानी का रिसाव होने लगता है।
यही कारण है कि इस गुफा में ताली बजाने से छत में से पानी टपकने लगता है। लेकिन कुछ लोगों को यह चमत्का*र दिखाई देता है। हालांकि छत से टपकता हुआ यह पानी कहां से आ रहा है इसके बारे में अब तक किसी भी प्रकार का कोई शोध नहीं किया गया है।
पर्यटन स्थल घोषित करने की स्थानीय लोगों की मांग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पर आते रहते हैं और एक प्रकार से यह अब पिकनिक स्पॉट बन चुका है। इसलिए वहां के स्थानीय लोगों के द्वारा प्रशासन को यह अपील की जा रही है कि इस नैसर्गिक पर्यटन स्थल को सर*कारी रूप से पर्यटन स्थल घोषित कर दिया जाए।
यहां के लोगों का कहना है कि अगर सर*कार इसे पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता देती है तो यहां के स्थानीय लोगों के लिए रोज*गार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। क्योंकि यहां पर आने जाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होता रहता है जिसके कारण स्थानीय लोगों की रोजी-रोटी चलती है।