अमीरी में करते है अम्बानी की बराबरी आईये जानते है भारत के नामी भिखारियो की सम्पत्ति के बारे में
पूरी दुनिया में हर कोई शख्स अपना और परिवार का पालन पोषण करने के लिए कोई ना कोई काम या नौकरी करता है और पैसा कमाता. अगर हम आप से पूछे कि आप एक साल में कितना कमा लेते हैं और कितना बचाते हैं? तो आपका जवाब ये ही होगा कि ये जगह कहाँ है जहां वो रहते है ये उसी पर निर्भर करता है कि आप दुनिया में कहां रहते हैं, और कही न कही ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका जीवन जीना का तरीका कैसा है आप किस तरह का रहन सहन पसन्द करते है। आपकी जीवनशैली कैसी है?आपका पहनावा कैसा है। लेकिन अगर हम बताएं कि कुछ भिखारी आपसे ज्यादा पैसे कमाते हैं तो आप यह सुनकर हैरान हो जाएंगे. लेकिन यह बिल्कुल सच है.
जिन भिखारियों को आप गरीब समझकर पैसे देते हैं अगर वो करोड़पति निकल आए तो? जी हां, भारत में कुछ अमीर भिखारी भी हैं जिनके पास घर, बड़ा बैंक-बैलेंस सब है.आज हम आपको जिन भिखारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, वे दरअसल भारत के सबसे अमीर भिखारियों में शामिल हैं पर शायद ही उनके बारे में आपको कुछ पता हो। ये भिखारी सुविधा-सम्पन्न हैं, उनके बच्चे बड़े-बड़े कॉन्वेन्ट स्कूलों में पढ़ते हैं, उनके पास अपना खुद का बड़ा बिजनेस भी है, दुकानें हैं और करोड़ों का बैंक बैलेन्स है, इसके बावजूद भी भीख मांगना इनका पेशा है।
भरत जैन
भनाभन अंग्रेजी बोलने वाले 49 साल के भिखारी भरत जैन को जानिए। जनाब रोजाना 8 से 10 घंटे मुंबई के परेल पर भीख मांगते है और महीने के करीब 65 हजार रुपए कमा लेते हैं, जो कि वहां के मुख्यमंत्री की पगार से भी अधिक है। है न होश उड़ाने वाली बात, तो और सुनिए इनके पास खुद के 70-70 लाख के दो फ्लैट भी हैं। भरत भांडुप इलाके में एक जूस की दुकान के मालिक भी हैं, इसी जगह पर इनकी एक और दुकान है। इन दोनों दुकानों से भरत को 10 हजार रुपए महीने का किराया मिलता है। भरत के परिवार में उनके पिता और बीवी बच्चे हैं। भरत इंडिया के सबसे अमीर भिखारी हैं, फिर भी अगर ये परेल पर भीख मांगते दिख जाएं तो हैरान होने की बात नही है।
लक्ष्मी
लक्ष्मी ने 1964 से कोलकाता में महज 16 साल की उम्र से भीख मांगना शुरू कर दिया था और 50 से अधिक वर्षों के अपने जीवन में इन्होंने भीख मांग-मांग कर लाखों रुपये जुटाए. इनके सभी पैसे बैंकों में जमा हैं. लक्ष्मी आज भी 1 हजार से ज्यादा रुपये हर दिन भीख मांगकर कमाती है.
मुम्बई की गीता
गीता मुंबई के चरनी रोड के पास भीख मांगती है और स्थानीय लोगो के अनुसार उन पैसे से उसने एक फ्लैट खरीद भी ले रखा है जिसमें वो अपने भाई के साथ रहती हैं. वह प्रति दिन भीख मांगकर लगभग 1,600 रुपये कमाती है. महीने में करीब 45 हजार से ज्यादा रुपये उनकी इनकम है.
कृष्ण कुमार गीते
कृष्ण कुमार गीते नल्लोसपूरा में रहते है कृष्ण कुमार गीते अपने भाई के साथ अपने खुद के फ्लैट में सब सुविधाओं के साथ रहता है। वह दिन में 8 से 10 घंटे भीख मांगता है और महिने में 10 से 15 हजार कमा लेता है। इसके अलावा कृष्ण कुमार के पास बैंक में लाखों पैसा जमा है।
भिखारी हाजी
हाजी मुंबई से हैं, इनकी रोजाना की आमदनी 2 हजार रुपए है। त्योहारों के समय इनकी आमदनी दोगुनी हो जाती है। इनके पास खुद का घर है और साथ में ही लगभग 15 लाख तक के प्लाट भी हैं। इसके अलावा हाजी का खुद का जरी का कारखाना है, जहां 15 लोग काम करते हैं। अपने परिवार के समझाने के बाद भी ये भीख मांगना नही छोड़ते। हाजी कहते हैं कि एक ठीक-ठाक आमदनी शुरू होने पर वह अकेले रहने लगेंगे।